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बिलर ओनबोर्डिंग और ऑटोमेटेड टेस्टिंग

बीओएटी एपीआई का एक सेट है और बिल जारीकर्ता परिचालन इकाईयों के लिए एक पोर्टल की तरह काम करता है ताकि बिल जारीकर्ता को अपने साथ जोड़ा जा सके और तेज, आसान, स्वचालित प्रक्रिया के माध्यम से उनका टेस्ट लिया जा सके।

सुविधाएं

  • बिल जारीकर्ता को सीधे ऑनबोर्ड करें, टेस्ट लें और प्रमाणित करें

    बिलर ऑपरेटिंग इकाइयाँ बिलर्स कोऑनबोर्ड कर सकती हैं, उनका टेस्ट ले सकती हैं और उनके लिए प्रमाणपत्र जारी कर सकती हैं और यह सब भारत कनेक्ट सेंट्रल यूनिट की मदद के बिना किया जा सकता है।

  • स्वचालित प्रक्रिया

    ऑनबोर्डिंग और टेस्टिंग से संबंधित अपडेट ऑटो-मेलर या एपीआई कॉलबैक के माध्यम से बिलर ऑपरेटिंग इकाइयों को सूचित किया जाता है।

  • बीओएटी पर कई सारे कार्य करें

    बिलर ऑपरेटिंग इकाइयां पोर्टल के माध्यम से बिल जारीकर्ता को संशोधित, डीऐक्टिवेट और रिएक्टिवेट कर सकती हैं।

फायदे

त्रुटि रहित, डिजिटलीकृत प्रक्रिया

त्रुटि रहित, डिजिटलीकृत प्रक्रिया

कम प्रयास और संसाधन

कम प्रयास और संसाधन

टर्नअराउंड समय में कमी

टर्नअराउंड समय में कमी

ऑनबोर्डिंग के लिए बीबीपीसीयू पर निर्भरता कम हुई

ऑनबोर्डिंग के लिए बीबीपीसीयू पर निर्भरता कम हुई

बीओएटी के माध्यम से बिल जारीकर्ताओं को कैसे ऑनबोर्ड किया जाए?

  • 01

    एपीआई या पोर्टल के माध्यम से बीओएटी का एक्सेस करें और बिल जारीकर्ता का विवरण प्रदान करें।

  • 02

    पोर्टल विवरणों को स्वतः सत्यापित करेगा और बिलकर्ता की प्रोफ़ाइल को भारत कनेक्ट सेंट्रल यूनिट के अनुमोदन हेतु भेजेगा।

  • 03

    अनुमोदन पर, बिल जारीकर्ता को टेस्टिंग के लिए कतारबद्ध किया जाएगा, और बिल जारीकर्ता के प्रकार के आधार पर टेस्ट का प्रकार स्वचालित रूप से लागू जाएगा।

  • 04

    टेस्टिंग शुरू करने के लिए डेटा प्रदान करें।

  • 05

    सफल बिल जारीकर्ता भारत कनेक्ट प्लेटफॉर्म पर लाइव हो जायेंगें।